Up Polytechnic Private College Vs Govt. College | यूपी पॉलिटेक्निक सरकारी कॉलेज और प्राइवेट कॉलेज में कौन सा अच्छा होगा

तो दोस्तों आज के समय में पॉलिटेक्निक कोर्सेज काफी ज्यादा पॉपुलर हो गए हैं स्पेशली उन स्टूडेंट्स के लिए जो की 10th के बाद एक टेक्निकल फील्ड में अपना कैरियर बनाना चाहते हैं उत्तर प्रदेश में पॉलिटेक्निक एजुकेशन काफी ज्यादा वाइड स्प्रेड है और हर साल लाखों स्टूडेंट जी के यू पी एग्जाम के जरिए से एडमिशन लेते हैं ।
लेकिन दोस्तों सबसे बड़ा कंफ्यूजन तब होता है जब एडमिशन के लिए स्टूडेंट के पास प्राइवेट पॉलिटेक्निक कॉलेज और गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक कॉलेज दोनों का ऑप्शन होता है बहुत से लोग दोस्तों सिर्फ कॉलेज के नाम से या फिर फीस स्ट्रक्चर देखकर डिसीजन ले सकते हैं लेकिन दोस्तों असली फर्क तब पता चलता है ।
जब कॉलेज ज्वाइन करते हो इस आर्टिकल में दोस्तों हम दोनों कॉलेज के फुल कंपैरिजन के बारे में बात करेंगे इसका स्ट्रक्चर के बारे में फैकल्टी के बारे में प्लेसमेंट के बारे में फीस के बारे में फैसेलिटीज और दोस्तों फ्यूचर प्रोस्पेक्ट्स के बारे में ताकि आप एक सही डिसीजन ले सकें
गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक कॉलेज भारत सरकार का भरोसा
दोस्तों यूपी के गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक कॉलेज का सबसे बड़ा एडवांटेज होता है लो फीस स्ट्रक्चर या दोस्तों कॉलेजेस स्टेट गवर्नमेंट के अंदर में आते हैं जहां पर स्टूडेंट से सिर्फ ₹8000 से लेकर 15000 रुपए हर साल तक की फीस ली जाती है वह भी मैक्सिमम इस अमाउंट में आपका ट्यूशन फीस लाइब्रेरी की एग्जाम की और हॉस्टल का एक ही हिस्सा इंक्लूड होता है।

गवर्नमेंट कॉलेज का प्रॉफिट कमाना नहीं होता बल्कि एक्सेसिबल एजुकेशन प्रोवाइड करना होता है इसलिए यह फाइनेंशियल वीक स्टूडेंट के लिए एक बूंद जैसा है अगर आप बैकवर्ड केटेगरी से है जो आपकी फैमिली इनकम को है तो आपको स्कॉलरशिप विवर्स का भी बेनिफिट मिलता है ऐसे में 1 मिनट का स्टूडेंट बिना किसी लोन के अपना डिप्लोमा कंप्लीट कर सकता है और जब के लिए अप्लाई कर सकता है
इंफ्रास्ट्रक्चर और फैसेलिटीज
दोस्तों अक्सर लोग सोचते हैं कि गवर्नमेंट कॉलेज का वीक होता है यह बात दोस्तों कहीं ना कहीं सही भी है लेकिन कंपलीटली गलत है हां दोस्तों बिल्डिंग थोड़ी सी पुरानी होती है लेकिन गवर्नमेंट कॉलेज में जो लैब होते हैं वह एआईसीटीई नॉर्म्स के अकॉर्डिंग सेटअप कर जाते हैं ।
इक्विपमेंट सरकारी सप्लाई के थ्रू आते हैं जो की क्वॉलिटी मेंटेन रखने हैं हॉस्टल फैसेलिटीज भी सस्ती और सैफ होती है लाइब्रेरी ड्राइंग हॉल मैकेनिकल इलेक्ट्रिकल कंप्यूटर लैब और प्रॉपर होते हैं ।

ओवरऑल एनवायरमेंट काफी ज्यादा स्टडी फ्रेंडली होता है जहां पर डिस्ट्रक्शंस काम और अकादमिक फॉक्स ज्यादा होता है सबसे बड़ी बात यह होती है की डिग्री का सरकार टैग मिलता है जो की पब्लिक सेक्टर जॉब के लिए एकदम परफेक्ट होती है
फैकल्टी और टीचिंग स्टैंडर्ड एक्सपीरियंस टीचर्स
दोस्तों गवर्नमेंट कॉलेजेस में ज्यादातर परमानेंट सिक्योरिटी होते हैं जो की क्वालिफाइड और एक्सपीरियंस होते हैं टीचर्स के पास दोस्तों यूजीसी और एआईसीटीई अप्रूव्ड क्वालिफिकेशन होती है इनका फॉक्स बुक कि नॉलेज के साथ-साथ प्रेक्टिकल लैब और वर्कशॉप्स पर भी होता है।
सरकारी कॉलेज जितने दोस्त और टीचर्स का लोड ज्यादा नहीं होता तो वह स्टूडेंट्स को इंडिविजुअल अटेंशन भी दे सकते हैं यहां पर इंटरनल असाइनमेंट गैर उसे ट्रांसपेरेंट होते हैं जो की स्टूडेंट के डेवलपमेंट में मदद करते हैं
प्लेसमेंट ऑपच्यरुनिटीज कम है जेनुइन है
दोस्तों बात करते प्लेसमेंट की तो दोस्तों जो सबसे इंर्पोटेंट फैक्टर होता है गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक कॉलेज में प्लेसमेंट सेल होता है जो की लोकल नेशनल लेवल कंपनी इसको इनवाइट करता है कंपनी लिखे जैसे कि आपका एनटीपीसी लॉस्ट टाटा मोटर्स रेलवे और स्टेट गवर्नमेंट डिपार्मेंट रिक्रूटमेंट के लिए विकसित करते हैं ।

अल्टरू प्लेसमेंट परसेंटेज 40 60% के बीच में होता है लेकिन जो प्लेसमेंट मिलता है वह जमीन और सीकर होता है विदाउट किसी डोनेशन या फिर रिफरेंस के जो की स्टूडेंट एक्टिवली पार्टिसिपेट करते हैं लैब और प्रोजेक्ट में उनके लिए यह प्लेसमेंट काफी ज्यादा वैल्युएबल होती है
प्राइवेट पॉलिटेक्निक कॉलेज दिखावा ज्यादा दम कम
दोस्तों सबसे पहले फीस की बात करनी है तो दोस्तों प्राइवेट पॉलिटेक्निक कॉलेज का बिगेस्ट ड्रॉबैक होता है अफॉर्डेबल फीस इन कॉलेज में दोस्तों 1 साल की फीस ₹30000 तक की होती है और कई बार एक्स्ट्रा चार्ज भी लग जाते हैं जैसे की यूनिफॉर्म में एग्जाम में लाइब्रेरी में बस में लिए जाते हैं यह फीस स्ट्रक्चर 1 मिनट क्लास स्टूडेंट के लिए फाइनेंशियल मटन बन जाता है स्पेशली जब आउटकम गारंटी नहीं हो

कई प्राइवेट कॉलेज दोस्तों स्कॉलरशिप का भी ऑप्शन देते हैं लेकिन ज्यादातर यह सिर्फ पब्लिसिटी स्टंट होते हैं इसलिए अगर आप प्राइवेट कॉलेज चूज करते हो तो आपको लोन या फिर हैवी इन्वेस्टमेंट के लिए तैयार रहना पड़ेगा
प्राइवेट पॉलिटेक्निक इंफ्रास्ट्रक्चर
दोस्तों प्राइवेट कॉलेज का इंफ्रास्ट्रक्चर मॉडर्न और शाइनी होता है इसमें नई बिल्डिंग एक क्लासरूम स्मार्ट बोर्ड और क्लीन कैंपस आपको काफी ज्यादा अट्रैक्ट कर सकता है लेकिन दोस्तों प्रैक्टिकल लेवल टेक्निकल मशीनस आउटडेटेड होते हैं या फिर इनके इस्तेमाल कई रेगुलर शेड्यूल नहीं होता है ।
कोई प्राइवेट कॉलेजेस दोस्तों सिर्फ इसलिए चल रहे हैं ताकि वह प्रॉफिट कमा सके और वह बेसिस प्रैक्टिकल एजुकेशन तो प्रॉपर्ली नहीं देते इन कॉलेज में एक्ट अप्रूव तो होता है लेकिन दोस्तों एग्जीक्यूशन वीक होती है इसलिए ऐसे में स्टूडेंट को टेक्निकल स्किल वीक रह जाता है
फैकल्टी ज्यादा विजिटिंग स्टाफ कम एक्सपीरियंस
दोस्तों प्राइवेट पॉलिटेक्निक कॉलेजेस में परमानेंट और एक्सपीरियंस सिक्योरिटी की कमी होती है ज्यादातर पार्ट टाइम ऑपरेशन फैकल्टी को हायर कर जाता है ताकि सैलरी कम दी जा सके रिजल्ट दोस्तों यह होता है ।
कि स्टूडेंट को प्रॉपर मेंटरशिप और डाउट सॉल्विंग का बेनिफिट नहीं मिल पाता कई बार दोस्तों टीचर प्रॉपर सिलेबस फॉलो नहीं करते या फिर अटेंडेंस कंप्लीट करने के लिए ही क्लास होती है ओवरऑल एकेडमी सीरियसनेस गवर्नमेंट कॉलेजेस के कंपैरिजन में काफी ज्यादा कम होती है
प्लेसमेंट मार्केटिंग ज्यादा रिजल्ट कम
दोस्तों प्राइवेट कॉलेज प्लेसमेंट के मामले में भी थोड़े से ज्यादा दिखावटी होते हैं प्रोस्पेक्टस और ऐड में हाई पैकेज और एमएनसी कंपनी के नाम लिखे जाते हैं लेकिन दोस्तों ग्राउंड रियलिटी में प्लेसमेंट सिर्फ 10% 20% स्टूडेंट्स को ही मिलती है कई बार दोस्तों ऐसे फैक्ट टाइप भी होते हैं।
जहां पर स्टूडेंट को इंटर्नशिप या फिर ट्रेनिंग के नाम पर फ्री लेबर बनाया जाता है कुछ रिपीटेड प्राइवेट कॉलेज इस प्लेसमेंट में जेनुइन काम करते हैं लेकिन दोस्तों मेजोरिटी कॉलेजेस में प्लेसमेंट सेल्स सेल्स एफर्ट पर डिपेंड करता है ऐसे में दोस्तों स्टूडेंट को फीस के अलावा प्लेसमेंट के लिए भी एक्स्ट्रा स्ट्रगल करना पड़ता है
किस स्टूडेंट के लिए क्या बेहतर है
सरकारी पॉलिटेक्निक:
- आप आर्थिक रूप से कमजोर हैं और आपको सस्ती और वैल्यू-फॉर-मनी शिक्षा चाहिए।
- आपको सार्वजनिक क्षेत्र में नौकरी चाहिए (रेलवे, जेई, तकनीशियन, पीएसयू आदि)
- आप शैक्षणिक और तकनीकी कौशल विकास के लिए गंभीर हैं।
- आप लॉन्ग-टर्म प्लानिंग कर रहे हैं (बाद में बी.टेक लेटरल एंट्री की तरह)।
निजी पॉलिटेक्निक:
- आपके पास वित्तीय बैकअप है और आप शीर्ष प्रतिष्ठित निजी संस्थान में जा रहे हैं (जैसा कि KIET, GNIOT आदि)
- आपको फास्ट-ट्रैक डिप्लोमा चाहिए बिना एंट्रेंस के।
- आप आत्मनिर्भर हैं और आपको प्लेसमेंट से ज्यादा उद्यमिता या व्यवसाय क्षेत्र में रुचि है।
निष्कर्ष
अगर हम ओवरऑल कंक्लुजन की बात करें तो दोस्तों गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक कॉलेज इन अप इस द फॉर बेटर ऑप्शन अगर आप प्राइवेट कॉलेज के बारे में सोच रहे हो क्योंकि जब भी आपका फॉक्स केयर अफॉर्डेबिलिटी स्किल डेवलपमेंट टीम जब वैल्यू पर हो गवर्नमेंट कॉलेज में आपको कम पैसे में अच्छे एजुकेशन दोस्तों मिल सकती है जो कि आपको पीएसयू जॉब और प्राइवेट सेक्टर के लिए तैयार करती है प्राइवेट कॉलेज सिर्फ तब से ही है जब आप रेपुटटेड इंस्टिट्यूट चुनते हैं