Makar Sankranti 2024 Time and Date | मकर संक्रांति पर्व का महत्व पुरे विस्तार से जानें
हेलो दोस्तों स्वागत है हमारे एक और ने आर्टिकल में दोस्तों आज हम बात करने वाले हैं मकर संक्रांति पर्व के बारे में दोस्तों जैसा आप लोगों को पता है कि इस पर्व को पिछले कई सालों से मनाया जाता है दोस्तों हम आपके साथ में बताने वाले हैं कि इस पर का क्या महत्व है और इस पर को कब से मनाया जाता है
और इस बार इस पर को मनाने का सही समय क्या है इसके बारे में भी हम आपको पूरी विस्तार से बताएंगे साथ में इस पर्व में क्या-क्या होता है और कौन-कौन इस फलों को मानते हैं इसके बारे में भी हम आपको बताने वाले हैं इसलिए दोस्तों आपको इस आर्टिकल में पूरे अंत तक ध्यान पूर्वक बने रहना है
मकर संक्रांति पर्व क्या है
मकर संक्रांति पर को हर साल 14 जनवरी को मनाया जाता है और कहीं कहीं 15 जनवरी को भी मनाया जाता है यह पर भारतीय उपमहाद्वीप का एक अद्वितीय और महत्वपूर्ण पर्व है स्पैरो को हिंदू पंचांग में माघ मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि को मानते हैं और इसका मतलब होता है मकर राशि में सम्मिलित होने वाला संक्रांति
मकर संक्रांति पर्व का महत्त्व
मकर संक्रांति पर्व का महत्व भारतीय समाज में सबसे अधिक है क्योंकि इसे उत्तरायण की शुरुआत माना जाता है जिससे सूर्य देव उत्तरी दिशा की और आकर्षक होते हैं इसी दिन माना जाता है कि सूर्य देव भूमि पर अपनी करने को बरसते हैं और सृष्टि को शांति समृद्धि और सुख शांति के साथ भर देते हैं इस पर्व को विभिन्न नाम से और विभिन्न क्षेत्रों में मनाया जाता है जैसे तमिलनाडु में पोंगल के नाम से जाना जाता है असम में माघ बिहू वही दोस्तों पंजाब में स्कूल लोरी के नाम से जाना जाता है
मकर संक्रांति पर्व में ऋतु का बदलाव होता है
दोस्तों माना जाता है कि मकर संक्रांति का अवगत वसंत ऋतु की शुरुआत का संकेत होता है इस दिन से ही धरती पर अच्छे और शुभारंभ का माहौल बनता है बृहस्पति ग्रह गुरु का स्वामित्व करने वाला मकर राशि में प्रवेश करता है जिससे विद्या बुद्धि और धर्म की वृद्धि होती है
उत्सव और खानपान
दोस्तों यदि बात करें कि मकर संक्रांति पर्व को हम कैसे मनाते हैं तो दोस्तों हम आपको बता देंगे मकर संक्रांति के दिन हम अपने घरों में अच्छे-अच्छे भोजन बनाकर उसका उपयोग करते हैं मिठाई भी हमलोग अपने घर में बनाते है माना जाता है
को हमलोग इस पर्व के दिन दही चुरा और और कई सारी मिठाई का भी सेवन करते है और हम इसी दिन पतंग उड़ाते हैं और बता दे कि सभी राज्यों में इस पर्व को अलग अलग नाम से जाना जाता है जैसे की पंजाब में लोहारी के नाम से बिहार में मकर संक्रांति के नाम से और भी राज्य में अलग अलग नाम से जाना जाता है
मकर संक्रांति पर्व मनाने का सही समय और तारीख
दोस्तों हम आपको बता दें कि मकर संक्रांति 2 दिन मनाया जाता है 14 जनवरी और 15 जनवरी को वहीं दोस्तों यदि बात करें कि किस समय मनाना चाहिए तो दोस्तों यदि आप 15 जनवरी को मना रहे हैं तो आपके लिए सबसे शुभ समय 7:15 सुबह से लेकर 5:46 शाम तक बना सकते हैं यह समय सबसे शुभ माना जाता है
मकर संक्रांति पर्व को मनाने के लिए इसके अलावा आप 7:15 सुबह से लेकर के 9:00 बजे शाम तक बना सकते हैं 14 और 15 दोनों दिन आपके लिए शुभ रहेगा कि पर्व को मनाने के लिए
निकर्ष: मकर संक्रांति एक ऐसा पर्व है जो हमें बताता है कि समय चक्र का बदलाव हो गया है और एक नए और अच्छे दिन की शुरुआत हो रही है इसे मानने से हमें नए उत्साह और ऊर्जा के साथ नए लक्ष्य की दिशा में कदम रख सकते हैं और अपने जीवन को सकारात्मक रूप से नए मोड की तरफ ले जा सकते हैं
Link;